कंम्प्लीट एक्शन पैक्ड और स्टोरी ओरियंटेड फिल्‍म है ‘चैलेंज’ – पवन सिंह


भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह, समीर आफताब, मधु शर्मा एवं शिविका दिवान की फिल्म ‘चैलेंज’ जल्द ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है।
यशी फिल्म्स के अभय सिन्हा प्रस्तुत इस भोजपुरी फिल्म को लेकर जितने उत्‍साहित निर्देशक सतीश जैन हैं, उतने ही पवन सिंह। पवन, पहली बार सतीश जैन के निर्देशन काम कर रहे हैं। वे इस फिल्‍म को अपनी पिछली कामयाब फिल्मों की तुलना में अलग मानते हैं। आखिर फिल्म ‘चैलेंज’ में क्‍या कुछ नया है, इसके बारे पवन से बात की पीआरओ रंजन सिन्‍हा ने…

कैसी फिल्‍म है ‘चैलेंज’ और इसमें क्‍या नया होगा ?

यह फिल्‍म मेरे लिए चाइलेंजिंग है। इस फिल्‍म को मैं एक कंम्प्लीट एक्शन पैक्ड स्टोरी ओरियंटेड फिल्म मानता हूं, जिसमें उम्‍दा पटकथा के साथ एक्‍शन का भरपूर डोज मिलेगा। क्‍योंकि किसी भी फिल्म के लिए सबसे जरूरी होती है फोकस्‍ड स्‍टोरी। इसके अनुसार ही एक्शन सिक्‍वेंस लोगों को पसंद भी आते हैं। यह मेरी पिछली फिल्‍मों से बिलकुल अलग फिल्‍म है।

पिछली कई फिल्‍मों में आप लगातार एक्शन करते नजर आए, तो फिर ‘चैलेंज’ अलग कैसे हुयी?

चैलेंज अलग इस मामले में है कि पहली बार इस फिल्म के निर्देशक सतीश जैन ने कोई एक्शन फिल्म को निर्देशित किया है। मूलत: उनकी फिल्मों की पहचान कहानी होती है । निरहुआ हिन्दुस्तानी और निरहुआ रिक्शावाला 2 को आप एक बेहतर स्क्रीप्ट वाली फिल्म कह सकते हैं। एक्शन पैक्ड फिल्म नहीं कह सकते, लेकिन  ‘चैलेंज’ में आप को एक बेहतर स्क्रीप्ट के साथ जबरदस्त एक्शन छौंका देखने को मिलेगा।

फिल्म में अपने अपने किरदार के बारे में बताएं ?

इस फिल्म में मैं एक ऐसे बिहारी नायक की भूमिका में हूं, जिसके सामने एक चैलेंज होता है। चैलेंज ऐसा की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। अब ये चैलेंज क्या है और मैं उसे कैसे पूरा करता हूं, इसके लिए आपको फिल्म देखना होगा। मगर इतना जरुर कहूंगा कि ‘चैलेंज’ वाकई मेरी दुसरी फिल्मों से काफी हटकर है। इसमें कई खूबियां हैं और नयापन भी है। साफ कहूं तो भोजपुरी में ऐसी एक्शन फिल्म नहीं देखी गई है।

निर्देशक सतीश जैन के साथ काम करना कैसा रहा ?

सतीश जी की जितनी तारीफ की जाये कम है। वे जानते हैं कि एक कामयाब फिल्म कैसे बनायी जाती है। उनकी पिछली  फिल्में निरहुआ रिक्शावाला 2 और निरहुआ हिन्दुस्तानी ने कामयाबी का डंका बजाया है। उनके साथ काम करके काफी कुछ सीखने को मिलता है। सतीश जी की खास बात ये है कि वे किसी भी कलाकार से काम निकालना अच्छी तरह जानते हैं। वे संस्पेंस एक्शन और थ्रील का सामंजस्य बेहतर तरीके से करना जानते हैं।

फिल्म की नायिका मधु शर्मा के बारे में क्या कहेंगे आप?

मधू शर्मा की भूमिका इस फिल्म में रुटीन नायिका से काफी अलग है। मगर वह काफी परिपक्वता से अपनी बात कह जाती हैं। उनके साथ मैं पहले भी काम कर चुका हूं। ये मेरी उनके साथ तीसरी फ़िल्म हैं।

चैलेंज में समीर आफताब आपकी जिद की वजह से आये, ऐसा कहा जा रहा है?

जी नहीं, मैं ऐसा नहीं मानता। ये तो सारा खेल अभय सिन्हा का था। हम दोनो में शर्त लगी थी कि समीर को इस फिल्म में  कैसे लाया जाये और वे (अभय सिन्हा) जानते थे कि मेरी बात पर समीर ना नहीं कहेंगे। हम दोनों ने प्लान बनाया। ये भी हमारे लिये एक चैलेंज ही था कि फिल्म में मेरे छोटे भाई की भूमिका के लिये समीर आफताब हों। मैंने इस चैलेंज को स्वीकार किया और वे फिल्‍म में महत्‍वपूर्ण भूमिका में हैं।

चैलेंज के गीत-संगीत के बारे में क्या कहेंगे?

फिल्म ‘चैलेंज’ का गीत-संगीत का एक और प्लस प्वाईंट है। अभी फिल्म के सभी गानों को लोगों का भरपूर स्‍नेह मिल रहा है। काफी मेहनत किया गया है इस फिल्म के गीत संगीत पर। इसलिए इस फिल्‍म को लेकर पूरी टीम काफी उत्‍साहित है और उम्‍मीद है कि फिल्‍म भोजपुरी बॉक्‍स ऑफिस पर अच्‍छा रेस्‍पांस भी मिलेगा।

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